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शुक्रवार, 18 जून 2021

Some important Shlok

सम्पूर्ण विश्व में सिर्फ सनातन धर्म ही है जिस का पालन कर कर मनुष्य अपना सर्वांगीण विकास कर सकता है। सनातन संस्कृति में प्रत्येक व्यक्ति व वस्तु का सम्मान हैं।
सनातन धर्म में माता पिता की जो सुंदर व्याख्या है वो किसी अन्य धर्म में नही है। सनातन परंपरा में माता पिता को ईश्वर के बराबर माना गया है।

माता पिता के महत्व बताते कुछ संस्कृत श्लोक:-

Sanskrit Shlok For Father & Mother
1.
पिता धर्म: पिता स्वर्ग: पिता हि परमं तपः।
पितरि प्रीतिमापन्ने प्रीयन्ते सर्वदेवताः॥

पितरौ यस्य तृप्यन्ति सेवया च गुणेन च।
तस्य भागीरथीस्नानमहन्यहनि वर्तते।।

सर्वतीर्थमयी माता सर्वदेवमय: पिता। मातरं पितरं तस्मात् सर्वयत्नेन पूजयेत् ॥

मातरं पितरंश्चैव यस्तु कुर्यात् प्रदक्षिणम्।
प्रदक्षिणीकृता तेन सप्तदीपा वसुन्धरा॥ 

हिंदी अर्थ
जैसा कि पद्मपुराण में कहा गया है कि पिता धर्म है, पिता स्वर्ग है और पिता ही सबसे श्रेष्ठ तप है। पिता के प्रसन्न हो जाने पर सम्पूर्ण देवता स्वयं प्रसन्न हो जाते हैं। जिसकी सेवा और सदगुणों से पिता - माता संतुष्ट रहते हैं, उस पुत्र को प्रतिदिन गंगा - स्नान का पुण्य अपने आप ही मिलता है। माता सर्वतीर्थमयी है और पिता सम्पूर्ण देवताओं का स्वरूप है। इसलिये सब प्रकार से माता - पिता का पूजन करना चाहिये। माता - पिता की परिक्रमा करने से पृथ्वी की परिक्रमा हो जाती है।


 English Translation : - Father is heaven, father is dharma , he is the ultimate penance of life . If he is happy , all deities are pleased.
Whose service and virtues keep father and mother satisfied , That son gets , the blessings of bathing in the Ganges every day . Mother is omniscient and father is the form of all deities . That is why parents should be worshiped in . every way . The orbit of the parents revolves around the earth.


2
पन्चान्यो मनुष्येण परिचया प्रयत्नतरू।
पिता माताग्निरात्मा च गुरुश्च भरतर्षभ।।

हिंदी अर्थ : - हे, भरतश्रेष्ठ ! पिता, माता, अग्नि, आत्मा और गुरु - मनुष्य को इन पांच अग्नियों की बड़े यत्न से सेवा करनी चाहिए।।

English Translation :-

Oh, Bharat Shrestha ! Father, Mother fire, Soul and Master (guru) - Human beings should serve these five fire diligently.

सत्यं माता पिता ज्ञानं धर्मो भ्राता दया सखी।
शान्तिः पत्नी क्षमा पुत्रः षडमी मम बान्धवाः ।।

हिन्दी अर्थ:- सत्यता मेरी माता है। ज्ञान मेरे पिता है। धर्म भाई है, और दया मित्र है। शान्ति पत्नी और क्षमा पुत्र है। ये छ: मेरे बन्धु हैं।
English Translation : - Truth is my mother, knowledge is my father, Righteousness (dharam) is my brother, compassion is my friend, peace is my wife and patience is my son. , These six are my kith and kin.

पिता पर संस्कृत श्लोक:- पितृ देवो भवः॥

हिन्दी अर्थ:- पिता देवता के समान है।।

English Translation : - Father is like a God.

3
मातृपितृकृताभ्यासो गुणितामेति बालकः।
न गर्भच्युतिमात्रेण पुत्रो भवति पण्डितः।।

हिन्दी अर्थ:-
माता और पिता के कारित अभ्यास से बालक विद्वान बनता है, न कि गर्भ से बाहर आते ही बिना पुरुषार्थ के ही विद्वान् बन जाता है।

English Translation : - The child taught by mother and father becomes qualified , the child doesn't become learned just by being born.

4
पिता स्वर्ग: पिता धर्मः पिता परमकं तपः।
पितरि प्रीतिमापन्ने सर्वाः प्रीयन्ति देवताः॥

हिन्दी अर्थ: - पिता स्वर्ग हैं, पिता धर्म हैं, पिता जीवन की परम तपस्या हैं। जब पिता खुश होते हैं , तब सभी देवता खुश होते हैं।।

English Translation : - Father is heaven, father is dharma , he is the ultimate penance of life. If he is happy , all deities are pleased.

5.
सर्वतीर्थमयी माता सर्वदेवमयः पिता मातरं पितरं तस्मात् सर्वयलेन पूजयेत् ।।

हिंदी अर्थ: - मनुष्य के लिये उसकी माता सभी तीर्थों के समान तथा पिता सभी देवताओं के समान पूजनीय होते है। अतः मनुष्य का यह परम् कर्तव्य है कि वह उनका अच्छे से आदर और सेवा करे।।

English Translation : - To a person his mother is a object of veneration and his father is like all the Gods combined. It is therefore, his sacred duty that he should revere and serve both of them with utmost care and attention.

जनकचोपनेता च यश्च विद्यां प्रयच्छति।
अन्नदाता भयत्राता पश्चैते पितरः स्मृताः।।

हिंदी अर्थ: - जन्मदाता, उपनयन संस्कारकर्ता, विद्या प्रदान करने वाला अन्नदाता और भय से रक्षा करने वाला - ये पांच व्यक्ति को पिता कहा गया है।

English Translation : - One who gives birth , one who : initiates , one who imparts knowledge , one who provides food and protects from fear - these five are considered as fathers.

Sanskrit Shlok on Friend's

आद यतो वापि दरिद्रो वा दुःखित सुखितोऽपिवा।
निर्दोषश्च सदोषश्च व्यस्यः परमा गतिः।।

हिंदी अर्थ: - चाहे धनी हो या निर्धन, दुःखी हो या सुखी, निर्दोष हो या सदोष - मित्र ही मनुष्य का सबसे बड़ा सहारा होता है।

English Translation : - Whether rich or poor, grieving or happy, innocent or bastard - friend is the biggest, support of man.

न कश्चित कस्यचित मित्रं न कश्चित कस्यचित रिपुः।
व्यवहारेण जायन्ते, मित्राणि रिप्वस्तथा।।

हिन्दी अर्थ: - न कोई किसी का मित्र होता है , न कोई किसी का शत्रु, व्यवहार से ही मित्र या शत्रु बनते हैं।।

English Translation : - Neither is anyone's friend nor enemy, because of work and circumstances that people become friend and enemies.

6
विवादो धनसम्बन्धो याचनं चातिभाषणम् ।
आदानमग्रतः स्थानं मैत्रीभङ्गस्य हेतवः।।

हिंदी अर्थ: - वाद - विवाद, धन के लिये सम्बन्ध बनाना, माँगना, अधिक बोलना, ऋण लेना, आगे निकलने की चाह रखना - यह सब मित्रता के टूटने में कारण बनते हैं।

English Translation : - Quarrel, financial relations, begging, excessive talking, borrowing, and desire for competition - these are the reasons that break a friendship.

7.
घर मे पत्नी की भूमिका

न गृहं गृहमित्याहुः गृहणी गृहमुच्यते।
गृहं हि गृहिणीहीन अरण्यं सदृशं मतम्।।

हिंदी अर्थ: - घर तो गृहणी ( पत्नी ) के कारण ही घर कहलाता है। बिन गृहणी के तो घर जंगल के समान होता है।

English Translation : - Home is called home because of wife . The house without a wife is like a forest.

तावत्प्रीति भवेत् लोके यावद् दानं प्रदीयते।
वत्सः क्षीरक्षयं दृष्ट्वा परित्यजति मातरम् ।।

हिंदी अर्थ: - लोगों का प्रेम तभी तक रहता है जब तक उनको कुछ मिलता रहता है। मां का दूध सूख जाने के बाद बछड़ा तक उसका साथ छोड़ देता है।।

English Translation : - People love only as long as they get something . After the mother's milk dries the calf leaves the mother with it .

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